छत्तीसगढ़ के खूबसूरत महासमुंद जिले में स्थित शिशुपाल पर्वत एक ऐसा स्थान है जो अब भी बहुत लोगों की नजरों से छुपा हुआ है। यह स्थान खासकर उन लोगों के लिए है जिन्हें ट्रैकिंग, कैंपिंग और प्रकृति से प्रेम है।
शिशुपाल पर्वत ट्रैकिंग और कैंपिंग करने वालों के लिए एक शानदार जगह है। यहाँ तक पहुँचने का रास्ता रोमांच और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। ट्रैक करते समय आपको घने जंगल, तरह-तरह के पेड़-पौधे और वन्य जीवों की झलक मिलेगी।
जब आप शिशुपाल पर्वत की चोटी पर पहुँचते हैं, तो चारों ओर फैली हरियाली और प्राकृतिक दृश्य देखकर मन प्रसन्न हो जाता है। यहाँ पहुँचकर एक अलग ही संतुष्टि और आनंद का अनुभव होता है। पर्वत की खूबसूरती और शांति इसकी सबसे बड़ी खासियत है।
मानसून और उसके बाद का समय शिशुपाल पर्वत घूमने के लिए सबसे बढ़िया समय है। इस दौरान यहाँ 2-3 दिन रुककर कैंपिंग की जा सकती है। बारिश के कारण यहाँ की वादियाँ हरे कालीन जैसी हो जाती हैं और चारों तरफ हरियाली छा जाती है।
मानसून में बारिश का पानी मिलकर यहाँ एक खूबसूरत जलप्रपात बनाता है, जो शिशुपाल पर्वत की सुंदरता को और भी बढ़ा देता है। यह झरना देखने लायक होता है और यहाँ कैंपिंग करने का अनुभव और भी खास बना देता है।
शिशुपाल पर्वत की एक खास बात यह है कि इसकी चोटी एक लंबे और समतल मैदान जैसी है, जो किसी स्टेडियम की तरह लगती है। यह जगह कैंपिंग, योग और अन्य गतिविधियों के लिए एकदम उपयुक्त है।
प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ शिशुपाल पर्वत का धार्मिक महत्व भी है। पर्वत की चोटी पर भगवान शिव का एक छोटा सा मंदिर स्थित है। यह मंदिर ट्रैकिंग करने वालों और श्रद्धालुओं दोनों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
मकरसंक्रांति, महाशिवरात्रि और श्रावण मास में यहाँ हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इन पर्वों पर यहाँ खास आयोजन होते हैं और भक्त मंदिर में भगवान शिव के दर्शन करते हैं।
शिशुपाल पर्वत एक ऐसी जगह है जहाँ रोमांच, प्रकृति और भक्ति तीनों का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। अगर आप भी कुछ नया और शांतिपूर्ण अनुभव करना चाहते हैं, तो एक बार शिशुपाल पर्वत जरूर जाएं।
सबसे नजदीकी एयरपोर्ट रायपुर का स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट है। यहाँ से आप आसानी से महासमुंद पहुँच सकते हैं।
महासमुंद रेलवे स्टेशन इस इलाके का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है।
महासमुंद पहुँचने का एक सुविधाजनक तरीका बस सेवा या निजी वाहन है। आसपास के शहरों और गाँवों से यहाँ तक अच्छी सड़क सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
महासमुंद से शिशुपाल पर्वत की दूरी - 140 कि मी।
बिलासपुर से शिशुपाल पर्वत की दूरी - 164 कि मी।
रायपुर से शिशुपाल पर्वत की दूरी - 184 कि मी।
महासमुंद में हर प्रकार के बजट और जरूरत के अनुसार होटल, पीजी और रिसॉर्ट्स की सुविधा उपलब्ध है। आप अपने ठहरने के समय और सुविधा के अनुसार इनका चुनाव कर सकते हैं।
कभी कभी आपको इस पर्वत के ऊपर में आपको नास्ता मिल सकता हैं।
शिशुपाल पर्वत छत्तीसगढ़ राज्य के महासमुंद जिले में स्थित है, यह रायपुर से लगभग 80-90 किलोमीटर दूर है।
शिशुपाल पर्वत पर ट्रैकिंग और कैंपिंग का सबसे अच्छा समय मानसून (जुलाई से सितंबर) और पोस्ट-मानसून (अक्टूबर से नवंबर) होता है, जब यहाँ हरियाली और झरनों का सौंदर्य चरम पर होता है।
जी हाँ, शिशुपाल पर्वत पर कैंपिंग की जा सकती है। यहाँ की चोटी एक समतल मैदान जैसी है, जो टेंट लगाने और रात बिताने के लिए उपयुक्त है।
शिशुपाल पर्वत पहुँचने के लिए आप रायपुर से महासमुंद होते हुए सड़क मार्ग से पहुँच सकते हैं। नजदीकी रेलवे स्टेशन महासमुंद है, जहाँ से आगे निजी वाहन या टैक्सी द्वारा पहाड़ी क्षेत्र तक पहुँचना होता है।
छत्तीसगढ़, भारत का हृदय स्थल, अपनी समृद्ध प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहरों और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है।
घने जंगलों, प्राचीन मंदिरों, जलप्रपातों और अद्भुत गुफाओं से सजा यह राज्य पर्यटकों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है।
छत्तीसगढ़ में कई खूबसूरत जलप्रपात हैं, जिनमें चित्रकूट जलप्रपात को 'भारत का नियाग्रा' कहा जाता है।
तीरथगढ़ जलप्रपात अपनी सुरम्य छटा से पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। यहाँ के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान और अचानकमार टाइगर रिज़र्व वन्यजीव प्रेमियों के लिए आदर्श स्थल हैं।